- Exclusive : मनपा बनी पानी चोर !

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Exclusive : मनपा बनी पानी चोर !




वर्ष 1960 से चंद्रपुर नगर पालिका इरई नदी वॉटर प्लांट का सरकार को नहीं दे रही वॉटर टैक्स

>> वर्ष 2005 से नहीं दिया 13 करोड़ 88 लाख का टैक्स

>> जनता से हर साल वसूल रहे 2 करोड़ 56 लाख का कर

@लिमेशकुमार जंगम । चंद्रपुर

चंद्रपुर : शहर की जनता से हर साल 2 करोड़ 56 लाख 18 हजार 420 रुपये पेयजल टैक्स वसूलने वाली चंद्रपुर महानगर पालिका, वर्ष 1960 अर्थात नप के दौर से इरई नदी के दाताला मार्ग पर स्थित वॉटर प्लांट से अनधिकृत पानी ले रही है। यह पानी चोरी बदस्तूर आज तक जारी है। चंद्रपुर को 20 प्रतिशत पानी इसी वॉटर प्लांट से मिलता है। लेकिन वर्ष 2005 से सिंचाई विभाग को मनपा ने 13 करोड़ 88 लाख 48 हजार 433 रुपये का टैक्स अदा नहीं किया।

■ सीधा सवाल...

शा. बा. काले
कार्यकारी अभियंता, सिंचन विभाग, चंद्रपुर

सवाल :- इरई नदी वॉटर प्लांट से आपके विभाग को मनपा टैक्स दे रही है क्या ?
जवाब :- नहीं

सवाल :- कब से टैक्स नहीं मिला ?
जवाब :- शुरुआत से अब तक।

सवाल :- क्यों टैक्स नहीं मिला ?
जवाब :- हमारे विभाग ने लगातार मनपा को पत्र भेजे, लेकिन मनपा दखल नहीं ले रही।

सवाल :- क्या मनपा का कार्य वैध है ?
जवाब :- मनपा अनधिकृत पानी उपयोग कर रही है।

सवाल :- इरई नदी प्लांट का कुल कितना टैक्स मनपा पर बकाया है ?
जवाब :- 13 करोड़ 88 लाख

सवाल :- अब आप क्या करेंगे ?
जवाब :- मनपा को अंतिम चेतावनीनुमा पत्र देकर टैक्स वसूलेंगे, करारनामा कराकर मीटर लगवायेंगे।

सवाल :- यदि ऐसा नहीं हुआ तो ?
जवाब :- जिलाधिकारी को सूचित कर वॉटर प्लांट को सील ठोकेंगे।




इरई से चुरा रहे पानी, लेकिन जनता से वसूल रहे पूरा टैक्स

मनपा प्रशासन की ओर से हर वर्ष चंद्रपुर वासियों से पानी कर के नाम पर 2 करोड़ 56 लाख से अधिक का कर वसूला जाता है। जबकि कुल पानी खपत में से 80 प्रतिशत पानी इरई बांध का होता है। शेष 20 प्रतिशत पानी इरई नदी से लिया जाता है। मनपा की ओर से इरई बांध का पानी टैक्स सिंचाई विभाग को अदा किया जाता है। किंतु इरई नदी का टैक्स नहीं दिया जाता। मतलब साफ है कि 20 प्रतिशत जल चुराकर उस पर मनपा टैक्स वसूल कर रही है। एक अनुमान के अनुसार मनपा प्रशासन चोरी के जल पर जनता से हर साल करीब 51.23 लाख रुपये का टैक्स वसूल कर रही है। अनेक बार तो जो नागरिक टैक्स नहीं देता, उसका नल कनेक्शन काट दिया जाता है। परंतु यही मनपा इरई नदी का टैक्स अदा नहीं करतीं।



61 साल से गड़बड़ी

100 हॉर्सपॉवर के 3 विशाल पंपों से रोज ले रहे जल...

बीते 61 सालों से दाताला मार्ग के इरई नदी तट पर व जगन्नाथ बाबा मठ से सटा वॉटर प्लांट अविरत शुरू है। यहां आज भी 100 अश्वशक्ति वाले 3 मोटरपंप लगे हैं। नदी में मौजूद 3 विशाल कुओं से पानी लिफ्ट किया जा रहा है। 2 पाइप लाइन के माध्यम से हर साल 3.65 दलघमी अर्थात हर माह 304167 घन मीटर पानी लिफ्ट किया जा रहा है। 2 पाइप लाइन के माध्यम से यह पानी चंद्रपुर शहरवासियों के नलों तक पहुंचाया जा रहा है।

क्या कहता है सिंचाई विभाग ?

टैक्स दो, एग्रिमेंट करो, वॉटर मीटर लगाओ

चंद्रपुर पाटबंधारे विभाग के कार्यकारी अभियंता कार्यालय की ओर से गत कई वर्षों से मनपा को अनेक पत्र भेजे गये। इरई नदी वॉटर प्लांट का टैक्स अदा करने, करारनामा करने व मीटर लगाने की सूचना दी गई। लेकिन मनपा के जलापूर्ति विभाग ने कभी सिंचाई विभाग के पत्र की दखल नहीं ली। इधर, सिंचाई विभाग ने मनपा की इस करतूत को अनधिकृत करार देते हुए कार्रवाई की चेतावनी भी दी। लेकिन कोई असर नहीं हुआ।

18 लाख 41 हजार की लागत
7 जनवरी 1960 को 18 लाख 41 हजार की लागत से इरई नदी तट पर वॉटर प्लांट का निर्माण कराया गया था। वर्तमान में चंद्रपुर की जरूरत के लिहाज से 20 प्रतिशत पानी यहीं से लेते हैं।


सिंचन विभाग के पत्र पर मनपा खामोश

मनपा प्रशासन एवं मनपा आयुक्त को सिंचाई विभाग द्वारा सैंकड़ों पत्र देकर इरई नदी वॉटर प्लांट का टैक्स भरने की सूचना दी। लेकिन मनपा आयुक्त ने किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया। वे खामोश हैं। करोड़ों के टैक्स से बचने की नीति मनपा को कटघरे में खड़े कर रही है। इससे मनपा की साख पर संकट है।

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2 Comments

  1. Thanks for knowing us this failure of CMC.

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  2. मनपा की मस्त पोल खोल दी भाई

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