- मनपा आयुक्त राजेश मोहिते ने मान ली गलती : लिखित जवाब में कहा - आजाद गार्डन में चल रहे थे अवैध क्लासेस

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मनपा आयुक्त राजेश मोहिते ने मान ली गलती : लिखित जवाब में कहा - आजाद गार्डन में चल रहे थे अवैध क्लासेस


स्टिंग ऑपरेशन के बाद सांसद बालू धानोरकर की दखल

सांसद को जवाबी पत्र में आयुक्त ने कबूली अपनी गलती

रिश्वत लेने-देने की जांच पर अब भी मनपा की चुप्पी

@चंद्रपुर
हैरत की बात है कि चंद्रपुर महानगर पालिका द्वारा संचालित मौलाना अबुल कलाम आजाद गार्डन में बीते अनेक माह से चल रहे अवैध स्केटिंग व कराटे क्लासेस मनपा प्रशासन और भाजपा के सत्ताधिकारी नेताओं तथा 71 नगरसेवकों को कभी नजर ही नहीं आये। मनपा के सत्ताधारियों और अधिकारियों की गलत नीति पर अनेक सवाल उठाते हुए तत्काल अवैध क्लासेस बंद कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग मौलिक अधिकार जागृति मंच ने की। मनपा प्रशासन, जिलाधिकारी, जिला पुलिस अधीक्षक के अलावा सांसद बालू धानोरकर को भी इसकी शिकायत दी गई। सांसद धानोरकर ने इसकी दखल लेते हुए मनपा आयुक्त राजेश मोहिते को इस मामले में जवाब पेश करने के निर्देश दिये। मनपा प्रशासन सकते में आ गया और आयुक्त ने लिखित जवाब में अपनी गलती कबूल करते हुए अवैध क्लासेस आजाद गार्डन में शुरू रहने की बात स्वीकार करते हुए इसे तत्काल बंद कराने की जानकारी का पत्र सांसद व मंच के अध्यक्ष को भेजा। लेकिन स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो में संचालक की ओर से मनपा को रिश्वत देने के मामले में अब तक आयुक्त ने जांच करवाने की दिशा में कोई पुख्ता कदम नहीं उठाया है। इसके चलते संदेह की सुई मनपा पर लटक रही है।

पत्र परिषद से किया पर्दाफाश

ज्ञात हो कि सार्वजनिक सरकारी मालमत्ता व संसाधनों का उपयोग आजाद गार्डन में बच्चों से फीस लेकर की जा रही लूट को मौलिक अधिकार जागृति मंच के पदाधिकारियों ने गंभीरता से लिया और अवैध क्लासेस का स्टिंग ऑपरेशन करवाया। इसमें मनपा को स्केटिंग व कराटे संचालकों की ओर से रिश्वत दिये जाने का मामला उजागर किया गया। इस स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो को मौलिक अधिकार जागृति मंच के पदाधिकारियों की ओर से गुरुवार, 7 जुलाई 2022 को आयोजित पत्रकार परिषद में प्रसारित किया गया। अध्यक्ष अश्विनी खोबरागडे, उपाध्यक्ष एड. प्रीतिषा साधना, सचिव ईरफान शेख, संयोजक उमाकांत धांडे, निखिल काछेला, एड. शाकिर मलक आदि ने इसकी शिकायत प्रशासन व सांसद से की। इसके बाद मनपा आयुक्त को अपनी गलती लिखित में कबूल करनी पड़ी।

स्केटिंग व कराटे क्लासेस की अनुमति नहीं

आजाद गार्डन के उद्घाटन के बाद मनपा के तत्कालीन एक सत्ताधारी पदाधिकारी ने यहां अवैध स्केटिंग व कराटे क्लासेस का भी उद्घाटन किया। इस प्रशिक्षण केंद्र के संचालकों द्वारा मनपा की ओर से कोई अनुमति नहीं ली गई। यह केंद्र पूरी तरह से अवैध था।

संसाधन मनपा का और व्यवसाय निजी

आजाद गार्डन में स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र सुबह व शाम के समय चलाया जाता रहा। यहां अलग-अलग बैचेस चलाने के लिये गार्डन के संसाधनों का उपयोग किया जा रहा था। स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र में करीब 250 से 300 बच्चों को ट्रेनिंग दी जा रही थी। इसके लिये संचालकों की ओर से हर विद्यार्थी से प्रवेश शुल्क 200 रुपये और मासिक शुल्क 500 रुपये वसूल किया जा रहा था। इस तरह से प्रति माह यहां डेढ़ से 2 लाख रुपये का निजी व्यवसाय किया जा रहा था।

सत्ताधारियों और मनपा के अधिकारियों की मिलीभगत

स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र को सार्वजनिक व मनपा के गार्डन में बीते अनेक माह से अवैध ढ़ंग से चलाया जा रहा था। इसके बावजूद मनपा प्रशासन एवं तत्कालीन सत्ताधारियों ने इसे रोकने की कोशिश भी नहीं की। इसके विपरीत सत्ताधारियों और मनपा के अधिकारियों की मिलीभगत से यह निजी व अवैध व्यवसाय चल रहा था, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता।

गरीबों के बच्चे मायूस व लाचार दिखे

आजाद गार्डन में सुबह व शाम के समय जब स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्रों में अमीरों के बच्चे फीस देकर इसका लुत्फ उठा रहे होते थे, तब पास खड़े गरीब अभिभावकों के बच्चों के चेहरों पर मायूसी व लाचारी नजर आती थी। स्केटिंग व कराटे स्थल में प्रवेश न कर पाने का मलाल आम बच्चों के लिये इस खुले गार्डन में दु:ख व लाचारी का दृश्य निर्माण कर रहा था।

संचालकों ने दी मनपा को रिश्वत

स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र के संचालकों से मौलिक अधिकार जागृति मंच के पदाधिकारियों ने बातचीत की। पड़ताल करने पर अनेक चौंकाने वाली जानकारी संचालकों ने दी। इस बातचीत को स्टिंग ऑपरेशन के माध्यम से कैमरे में कैद किया गया। स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो में स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र के संचालकों ने दावा किया है कि वे गार्डन के निर्माण के समय मनपा को पैसे (रिश्वत) दे चुके हैं। इसलिये उन्हें यहां अपना निजी व्यवसाय करने की अनुमति मनपा प्रशासन ने दी है।

अफसर कहते रहे - शिकायत मिली तो ही करेंगे कार्रवाई

मनपा के गार्डन व निर्माण कार्य विभाग के अफसरों का मानना है कि स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र पूरी तरह से अवैध है, लेकिन उन्हें अगर इसकी शिकायत मिलती है तो ही वे दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। अब सवाल यह है कि आजाद गार्डन पर नियंत्रण किसका है ? किसकी मिलीभगत से और किसके इशारों पर यह अवैध क्लासेस आजाद गार्डन में चलाये जा रहे थे ? गार्डन की देखरेख पर मनपा प्रशासन के अधिकारियों का नियंत्रण क्यों नहीं रहा ?

मौलिक अधिकार जागृति मंच, चंद्रपुर की मांग

आजाद गार्डन में अवैध ढंग से चल रहे स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र को तत्काल बंद करने की मांग पर मनपा एक्शन मोड पर आ गई और यह मांग मान्य करते हुए प्रशिक्षण केंद्र को बंद कर दिया। लेकिन अन्य मांगों को लेकर आज भी मनपा प्रशासन चुप्पी साधे बैठी हैं।

यह मांगें मान्य हो........

स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र के संचालकों की ओर से मनपा को दी गई रिश्वत, राशि लेने वाले दोषियों की जांच के लिये उच्च स्तरीय पुलिस जांच की जाएं.

स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र के संचालकों के रिश्वत कांड के दोषियों को खोजकर उनके खिलाफ अपराध दर्ज कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएं.

स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र के संचालकों की ओर से जिन-जिन बच्चों से अब तक जितनी फीस वसूल की गई है, वह सारी फीस की राशि दोषियों से वसूलकर संबंधित बच्चों को फीस लौटाई जाएं.

मनपा प्रशासन की ओर से स्केटिंग व कराटे प्रशिक्षण केंद्र को शुरू किया जाएं और यहां प्रशिक्षित ट्रेनर की मनपा की ओर से ठेका प्रणाली पर नियुक्त किया जाएं.

आजाद गार्डन में आने वाले हर बच्चों को तत्काल नि:शुल्क तौर पर स्केटिंग व कराटे का प्रशिक्षण दिया जाएं.

आजाद गार्डन में निजी व्यवसाय चलाने के लिये मनपा की ओर से टेंडर प्रक्रिया व लीगल मंजूरी दी जाएं.

गार्डन के संसाधनों की टूट-फूट न होने पाएं, इसके लिये सुरक्षा रक्षकों की संख्या बढ़ाई जाएं.

बारिश और बिजली का करंट लगने की संभावना को देखते हुए गार्डन में खुले विद्युत तारों को तत्काल सुरक्षित किया जाएं.

साफ-सफाई, संसाधन व सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर रखने के लिये कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाएं.

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