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राकांपा नेता राजीव कक्कड़ की शिकायत पर हुई
कार्रवाई
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सिनर्जी वर्ल्ड, देवूल कंस्ट्रक्शन, डीएसके
बिल्डर्स गिरफ्त से बाहर
@चंद्रपुर
SBI बैंक शाखा प्रबंधक,
लोन प्रोसिडिंग अधिकारी आदि ने साठगांठ कर 11 कर्जदाताओं को मनमाने ढ़ंग से कर्ज वितरित
किया। सिनर्जी वर्ल्ड, देवूल कंस्ट्रक्शन भद्रावती, डीएसके नामक बिल्डर्स से मिलीभगत
कर करीब 70 से 80 करोड़ रुपयों के कर्ज की बंदरबाट किये जाने की शिकायत जनवरी-2020 को
राकांपा नेता राजीव कक्कड़ ने की थी। इस मामले में जब ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सितारमण से भी शिकायत कर दी थी। इसके बाद बैंक के अधिकारियों
व 11 कर्जधारकों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया। 28 फरवरी 2022 को SBI बैंक शाखा प्रबंधक
व आरोपी देवीदास श्रीनिवास कुलकर्णी, लोन प्रोसिडिंग अधिकारी विनोद केशवराव लाखेवार,
पंकजसिंह किशोरसिंह सोलंकी समेत 11 कर्जधारकों को गिरफ्तार कर लिया गया।

जांच के दायरे में
बिल्डर भी
विश्वसनीय सूत्रों
से मिली जानकारी के अनुसार SBI बैंक के अधिकारियों ने सिनर्जी वर्ल्ड, देवूल कंस्ट्रक्शन
भद्रावती, डीएसके नामक बिल्डर्स से साठगांठ कर फ्लैट स्कीम के फ्लैट को बेचकर मोटी
कमाई कमाने के चक्कर में बैंक को चूना लगाने का खेल खेला गया। अब जब इस मामले में बैंक
के अधिकारी और 11 कर्जधारकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हुई है तो चंद्रपुर-भद्रावती
के बिल्डरों में हड़कंप मचा हुआ है। अमूमन अधिकांश बिल्डर इसी गलत नीतियों के माध्यम
से अपने फ्लैट बेचकर मुनाफा कमाने का खेल चंद्रपुर में खेल रहा हैं। ऐसे में इस बड़े
रैकेट की बड़ी मछलियां पर पुलिस की गिरफ्त में आना जरूरी है। बैंकों को डूबाने वाली
नीति में शामिल हर बिल्डर्स के काले कारनामे अब पुलिस को उजागर करना चाहिये। इस मामले
को लेकर पुलिस अब गहनता से जांच कर रही है।
क्या था पूरा मामला
?
राष्ट्रवादी कांग्रेस
के शहर जिलाध्यक्ष राजीव कक्कड़ ने गत 4 जनवरी 2020 को देश के केंद्रीय वित्त मंत्री
निर्मला सीतारामन से शिकायत कर SBI में चल रहे कर्ज वितरण की जांच कराने की मांग की
थी। करीब 70 से 80 करोड़ का कर्ज बैंक के अधिकारियों और बिल्डरों की मिलीभगत से गलत
ढ़ंग से वितरित किया गया था। इनमें से अधिकांश खाते एनपीए (नॉन फर्मिंग एसेट) में चले
जाने से बैंक को करोड़ों का नुकसान हो गया। जिन कर्जधारकों की आर्थिक क्षमता के अनुसार
उन्हें 10 से 15 लाख रुपयों का ही कर्ज दिया जाना चाहिये था, उन्हें 30 से 40 लाख का
कर्ज वितरित किया गया। बिल्डरों के डुप्लेक्स और फ्लैट को बेचने के उद्देश्य में एसबीआई
बैंक के अधिकारियों ने सहयोग किया। इसकी जानकारी राकांपा के शहर जिलाध्यक्ष राजीव कक्कड
व उनके पदाधिकारियों को मिलते ही उन्होंने एसबीआई बैंक के अधिकारियों की भेंट ली। बैंक
अधिकारियों ने इंटरनल जांच शुरू होने की जानकारी देते हुए इस घोटाले पर पर्दा डालने
का प्रयास किया। राकांपा नेता कक्कड़ बैंक अधिकारियों की दलीलों से संतुष्ट नहीं हुए
और उन्होंने 4 जनवरी 2020 को इसकी शिकायत निर्मला सीतारमण से कर दी। उस दौरान एक पत्र
परिषद लेकर इस मामले को उन्होंने उजागर भी किया। इसके बाद जांच को गति मिली। यह मामला
जब पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा तक पहुंचा तो बैंक मैनेजर व अन्य अधिकारियों समेत
11 कर्जधारकों के खिलाफ 28 फरवरी 2020 को अपराध दर्ज किया गया। इस मामले में 14 करोड़
26 लाख 61 हजार 700 रुपयों की धांधली किये जाने का मामला सामने आया है। बहरहाल 28 फरवरी
2022 को इस प्रकरण में बैंक मैनेजर समेत कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस गहनता से इस मामले की जांच कर रही है। इस प्रकरण की जांच शीघ्र ही बिल्डरों के
काले कारनामों तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। इस मामले की जांच व शिकायत में
रायुकां जिलाध्यक्ष नितीन भटारकर एवं चंद्रपुर विधानसभा अध्यक्ष सुनील काले ने भी सहभोग
दिया।
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