■ NCP के विद्यार्थी कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुजीत उपरे की गर्दन दबोचकर की धक्का-मुक्की
■ पुलिस की मौजूदगी में ही NCP नेता का अपमान, राजनीतिक
दल व मीडिया की चुप्पी
■ फेसबुक से वीडियो हटाया, लेकिन “चंद्रपुर एक्सपोजर”
उजागर कर रहा है वह वीडियो
@चंद्रपुर
ऊर्जानगर-दुर्गापुर के आगामी जिला परिषद सदस्य चुनाव का खुमार अब कांग्रेस
और राकांपा पर साफ दिखाई पड़ रहा है। श्रेय लेने की होड़ में राजनीतिक सौहार्द व गठबंधन
के मूल्यों को यहां कुचला जा रहा है। तेंदुए के हमले में मारे गये बालक की दर्दनाक
घटना के बाद राकांपा व कांग्रेस के नेता मोर्चा, आंदोलन व तोड़फोड़ के चक्कर में वर्चस्व की लड़ाई लड़ने लगे हैं।
31 मार्च 2022 की सुबह 11 बजे के दौरान दुर्गापुर के वेकोलि उपक्षेत्रीय
प्रबंधक कार्यालय के समक्ष अपना रोष जताने के लिये उमड़ी भीड़ के आगे के जब यहां के राकांपा
नेता, दुर्गापुर ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच एवं राकांपा युवक कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष
अमोल ठाकरे जनसमूदाय को संबोधित कर रहे थे। तभी उनके पास पहुंचे राष्ट्रवादी विद्यार्थी
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुजीत किसनराव उपरे को इंटक युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रशांत
भारती ने हाथ पकड़कर असभ्य ढ़ंग से बाजू में कर दिया। उपरे ने जब इस पर सवाल उठाया तो
प्रशांत भारती ने उनका गला ही पकड़ लिया। सुजीत उपरे को पास मौजूद पुलिस कर्मचारियों
की ओर प्रशांत भारती ने धकेल दिया। भरी सभा में इस तरह से NCP नेता का अपमान कांग्रेस
नेता की ओर से किया जाना, राजनीतिक मूल्यों और सौहार्द एवं गठबंधन के लिये चिंतन का
विषय बन गया है। हालांकि इस धक्का-मुक्की की पुलिस में शिकायत नहीं दी गई है। कांग्रेस
की यह दबंगाई सुजान नागरिकों को सोचने पर मजबूर कर रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रशांत
भारती कांग्रेस के सांसद बालू धानोरकर के करीबी माने जाते हैं। बावजूद NCP पदाधिकारियों
से की गई बदसलुकी पर सांसद धानोरकर की भी प्रतिमा दागदार होने लगी है।
NCP और कांग्रेस के बीच लड़ाई क्यों ?
ज्ञात हो कि गत दिनों वन्य जीवों के बढ़ते आतंक के कारण CSTPS परिसर में 2 लोगों की जान चली गई थी। इस दौरान NCP के युवा नेता नितीन भटारकर ने लगातार सप्ताह भर तक बेमियादी अनशन किया था। उनके इस आंदोलन को अधिकांश दलों व संगठनों ने समर्थन दिया था। ग्रामीण भी उनके समर्थन में आ गये थे। इससे राकांपा का जनाधार बढ़ने लगा। लेकिन ऊर्जानगर-दुर्गापुर जिला परिषद सदस्य चुनाव लड़ने के इच्छुक कांग्रेस नेता प्रशांत भारती के लिये यह बात खलने लगी। अब जब दोबार तेदुए के हमले में एक 8 वर्षीय बालक को अपनी जान गंवानी पड़ी तो कांग्रेस नेता प्रशांत भारती सक्रिय हो गये। आनन-फानन में मोर्चा निकाला। लेकिन इस मोर्चे के पूर्व ही राकांपा नेता नितीन भटारकर ने वेकोलि दुर्गापुर के कार्यालय में तोड़फोड़ कर जनता का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया। वन्य जीवों का बंदोबस्त करने की मुख्य मांग को लेकर इन दोनों नेताओं की गतिविधियां अब श्रेय लेने और आगामी जिप चुनावों में बाजी मारने के लिये कुछ भी कर गुजरने की हद तक पहुंचने लगी है। इससे राजनीतिक गठबंधन का सौहार्द भी टूटने लगा है।
आखिर ऐसा क्या हुआ की गर्दन दबोचना पड़ा ?
ऊर्जानगर ग्रापं के वार्ड क्रमांक-6 के नेरी समतानगर स्थित घर परिसर में अपने नाना के अंतिम संस्कार के लिये 8 वर्षीय बालक प्रतीक शेषराव बावने अपनी माता के साथ आया हुआ था। वह अपने मामा के घर परिसर में खेल रहा था। इस दौरान एक तेंदुआ उसे उठाकर जंगली झाड़ियों की ओर से ले गया। बुधवार की रात इस बालक की मौत से फिर एक बार परिसर में वन विभाग, वेकोलि एवं सीएसटीपीएस प्रशासन के खिलाफ रोष पनपने लगा। वन्य जीवों का बंदोबस्त न करने व झाड़ियों की सफाई नहीं करने की मांग जोर पकड़ने लगी। गुरुवार की सुबह कांग्रेस नेता प्रशांत भारती मोर्चा व बैठक की तैयारी कर रहे थे। लेकिन सुबह 9 बजे के दौरान राकांपा नेता नितीन भटारकर के समर्थकों ने दुर्गापुर वेकोलि कार्यालय में तोड़फोड़ कर जनता का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया। कहा जाता है कि इससे प्रशांत भारती नाराज हुए और जब सुबह 11 बजे कार्यालय के समक्ष बैठक चल रही थी तो तैश में आकर प्रशांत भारती ने सुजीत उपरे का गला पकड़कर धक्का-मुक्की की। इस दौरान पुलिस भी मौजूद थी। राकांपा की ओर से श्रेय लेने के लिये बैठक में प्रवेश करने की मंशा दर्शाने के मकसद ने कांग्रेस के ही लोगों ने इस घटना का वीडियो फेसबुक पर अपलोड किया। लेकिन खुद की गलती का अहसास होते ही इस वीडियो को हटा लिया गया।
ग्रामीणों ने NCP को सराहा, इसलिये कांग्रेस गुस्से में
बीते अनेक दिनों से वन्य जीवों के हिंसक वारदातों और उसके उपाय को लेकर राकांपा नेता नितीन भटारकर के नेतृत्व में हम लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इससे कांग्रेस के पदाधिकारियों में नाराजगी है। कल घटित घटना नींदनीय है। कांग्रेस नेता प्रशांत भारती को ऐसा नहीं करना चाहिये। राकांपा की ओर से वेकोलि कार्यालय की की गई तोड़फोड़ और गत दिनों हुए बेमियादी अनशन पर ग्रामीणों की ओर से तारीफ की जा रही थी। इससे प्रशांत भारती नाराज हुए और तैश में आकर उन्होंने गर्दन पकड़कर धक्का-मुक्की की। घटना के पश्चात उन्होंने मुझसे माफी नहीं मांगी है।
-सुजीत उपरे, जिलाध्यक्ष, राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस, चंद्रपुर
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